मिलेगी करम की सजा याद रखना । हो किरदार तेरा खरा याद रखना ।। सितम हम पे उल्फ़त में ढाने से पहले । यूँ चलना है राहेवफ़ा याद रखना ।। तुझे ये लगे भूल हमको गए हैं । इन आंखों में है रतजगा याद रखना ।। कभी छाँव तो धूप आती नजर है । सदा जीस्त रहती खफ़ा याद रखना ।। कभी जानिबे आसमाँ देखना हो । ये जुल्फों की मेरी घटा याद रखना ।। तुम्हें बन्द करके यूँ पलकों पे अपने । 'सजल 'तक रही रास्ता याद रखना ।। प्रियंका "सजल"