फिर क्यों आखिर इंसान कहलाते हो होकर मनुष्य रंग गिरगिट सा दिखलाते हो ना सम्मान तुम्हे उस कोख़ का तुमको जिसने जनम दिया ना सम्मान तुम्हे उस शिशु का तुमने जिसको जनम दिया ।। जानकर लड़की कोख में तुमने