सुन मेरे हमसफ़र याद तेरा कितना हैं मनभावन| भीगती हूँ ऐसे जैसे हो सावन|| लगता हैं ऐसे मिल के तुमसे| तन मन मेरा हो गया हैं पावन|| 💞रश्मि 💞 भीगती हूँ ऐसे जैसे हो सावन