सुबह का प्यारा प्यारा मंज़र, दिल को यूँ बहलाता है। जैसे माँ का स्पर्श हो प्यारा, बालों को कोई सहलाता है। मिलता है एक सुखद अहसास, ठंडी हवाओं के घेरे में। पुलकित हो जाता है मन मेरा, दिल भी मुस्कुराता है। सुप्रभात। सुबह का प्यारा प्यारा मंज़र, दिल को यूँ बहलाता है। जैसे माँ का स्पर्श हो प्यारा, बालों को कोई सहलाता है। मिलता है एक सुखद अहसास, ठंडी हवाओं के घेरे में। पुलकित हो जाता है मन मेरा, दिल भी मुस्कुराता है। #सुबहकामंज़र #collab