#Pehlealfaaz तुम आज से मानसिक विक्षिप्त नही हो सदियों से हो, सदियों से अंधविश्वास का पोषण किया है इतनी जल्दी तो तुम बदल नही जाओगे ... तुम एक दिन में कुंठित, रुग्ण नही हुए तो एक दिन में स्वतन्त्र आरोग्यवान भी नही हो जाओगे ... हां कुछ पीढियां और गुज़रने दो तुम नही तो तुम्हारी सन्तति एक स्वस्थ आरोग्यवान स्वतन्त्र, मानवता को जन्म देगी 'मनु' विक्षिप्तता