कि टूट गये वो सपने जो खुली आंखों से देखा था। बीत गये वो दिन जब तेरी जुल्फों कि घनी छाओ मे चैन से सोता था। अब और कैसे कहु कि मुझे तुमसे आज भी इस क़दर प्यार है। तुम भूल गये हमें और हमें तुम्हारे लौट आने का इन्तज़ार है ©said shayari morning fealing #LookingDeep