“कश्मीर वादी– यात्रा वृतांत" चारों तरफ़ चिनार की पत्तों की हरियाली चारों तरफ़ चिनार की पतों की हरियाली उस पर पानी शबनम की बूंदों की सफेद चादर हरे पेड़ पर लगे लाल सेब देख उसको मुंह में पानी आ जाए सफेद बर्फ की चादर वादियों में महकती केसर की खुशबू मैं और मेरा इश्क महक उठा केसर की खुशबू की तरह डल झील की सुंदरता शिकारा में बैठे चाय की चुस्की के साथ सूरज की किरणों में झिलमिलाता सुंदर झील इन हसीन कश्मीरी वादियों की खूबसूरती देखकर लगता ये मंजर यही अपना कश्मीर है