रात अब भी होती है। अंधेरा अब रोज ज्यादा आता है।। तू नहीं है साथ मेरे ,शायद यह कह के मुझ को डराता है।। मैं इस रात की आंखो में ,आंखे डाल उसे डराता हूं। इस भरोसे से ,इस उम्मीद से खुद को ज़िन्दा कर जाता हूं।। सच कहूं तो डर लगता है मुझे भी! कि शायद तुझे खो ना दू! रोता हूं घड़ी हर घड़ी। तभी एक शंखनाद होता है।। मानो ईश्वर का तांडव मेरे नजरो के सामने तैरता है! और मुझे बस इतना कहता है। तू जरूर आएगी।। तू जरूर आएगी।। इस रात को एक दिन खत्म कर , सुबह से मेरा परिचय कराएगी। तू जरूर आएगी....... ©Ahsas Alfazo ke अंधेरे में उजाला । ईश्वर है! #JaiSainath #God #believe #positivity #vacation Amita Tiwari Priya dubey