हर फूल को एक दिन पेड़ छोड़कर जाना पड़ता है कौन अपनी ख़ुशी से मरता है एक दिन हर किसी को आलम छोड़कर जाना पड़ता हैं #मौतशायरी हर #फूल को एक दिन #पेड़ #छोड़कर जाना पड़ता है कौन अपनी #ख़ुशी से #मरता है #एक #दिन हर किसी को #आलम छोड़कर जाना #पड़ता हैं