हमको देख कर तेरा यूँ मंद-मंद मुस्कुराना और फिर यूँ तेरा नजरें झुका कर शर्माना, आज तक समझ ना पाया दिल ये तेरी आदत है या इजहार-ए-मोहब्बत का बहाना। भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक। परिणाम की घोषणा कल रात 9 बजे तक। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें।