कैसा लगेगा... जब तुम पर उठने वाले हाथ, ताली को उठ जाए तुम्हारे खिलाफ बोलने वाला मुँह ,तारीफें कर जाए तन्हा राहे जिन पर तुम चलो ,कोई साथी चल जाए अश्क़ कभीं गिरे नैनों से वो , ख़ुशी के गिर जाए। कैसा लगेगा.. कोई तुम्हारी सूरत से ज्यादा ,सीरत पर फिदा हो जाए तुम्हारे गर्म स्वभाव को,बर्फ़ सा कर जाए वो कोई डांटने से ज्यादा तुम्हे ,नसीहतें दे जाए कोई रंग चुरा कहीं से तुम्हारी,मेहन्दी रंग जाए । कैसा लगेगा... कोई एक पल मैं सबक ,बेहिसाब दे जाए वो तुम्हारे गुनाह भी अपने, सर ले जाए वो प्यार को फ़क़त दोस्ती का ,नाम दे जाए कोई नज़र मे सिर्फ नज़ारे छोड़ जाए । #yqbaba#yqdidi#feel#poetry#love PS :instagram,google images