Nojoto: Largest Storytelling Platform

पहले बच्चे और उसके क़ातिलों का मज़हब समझा जाए फिर उस

पहले बच्चे और उसके क़ातिलों का मज़हब समझा जाए
फिर उसके बाद उसमे आंसू आग ज़हर उँड़ेला जाए
एहसास और हमदर्दी भी जहां फ़िरकापरस्त हो गए हों
ऐसी दुनिया में बेहतर है मुझे ला मज़हब ही समझा जाए
 Musings- 7/6/19
पहले बच्चे और उसके क़ातिलों का मज़हब समझा जाए
फिर उसके बाद उसमे आंसू आग ज़हर उँड़ेला जाए
एहसास और हमदर्दी भी जहां फ़िरकापरस्त हो गए हों
ऐसी दुनिया में बेहतर है मुझे ला मज़हब ही समझा जाए
 Musings- 7/6/19