White कल जब गणेश मंदिर से घर, की ओर प्रस्थान कर रहा था, तो कुछ बारिश की बूंदे आ गई थी, तो कुछ इस प्रकार पंक्तियां बन गई| बारिश कम कर दे प्रभु, घर को पहुंचाई देना, इंद्रदेव घर पहुंच जाऊं, फिर जमके बरसाई देना, भगत विनती कर रहा है, उलझन प्रभु सुलझाई देना, बिजली कड़कनी ओले बरसाने, जो मन हो प्रभु बरसाई देना, बस एक बार घर को पहुंचाई दे, फिर सावन की बौछार लगाई देना| ©शर्मा निखिल #rainy_season बारिश पर कविता हिंदी कविता कविता कोश