Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat# आह ये यादें। आह ,:'(,,ये यादें बहुत आह सी दिल की नी काल रही है। उफ्फ ये दिल का करार बढ़ा रही है। दिल को दुखा रही है। दिल के अरमानों को सुलगा रही है। उफ्फ ये यादें बहुत गहरा प्रभाव दिखा रही है। तुम कोन हो मेरे यादों में क्यों आ रहे हो । क्यों दिल को तारपा रहे हो। मुझको पता था तू मेरा नहीं पराया था। फिर भी क्यों दिल में सामा रहे हो। दिल पे लिखे नामो को मिटाना चाहती हूं। चाहत हो मेरी उसको फना करना चाहती हूं। दिल के किसी कोने में किसी हिस्से में घर कर गए हो। अब ये फ़ासाले कम करने दो । दिल में बसा लेने दो ।या दिल में दफनाना लेने दो। दिल के दरिया का समुंदर बनने दो। तुम कोन हो मेरे बस इन सवालों में उलझती जा रही हूं। यादों में खो कर खुद को खुद में खोती जा रही हूं। सवालों के जवाब यादों में खोज रही ही। खुद को खुद में ही खोज रही हूं। #yqdidi #yqquoteoftheday #yaadein #tarpana #rishte Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat# आह ये यादें। Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat# आह ये यादें।