तुम्हारे सामने जो बैठूँ अगर धड़कनें बढ़ जाती हैं इस कदर काबू न खुद पे रख पाता हूँ जतन करूँ जितनी मगर कुछ तो बोलती है आखें तेरी सुनती हैं जिन्हें धड़कनें मेरी और पगला जाती हैं हर बार क्या तुम्हें है इस बात की खबर ? #lovequote #yourquotedidi #YourQuoteAndMine Collaborating with Priya Kumari