जिंदगी हर रोज कुछ नया ले आती है, कभी हंसना कभी रोना कभी खोना सब कुछ सिखाती है... सफर जिंदगी का कुछ यूंही गुजरता रहता है, क्यों की शाम ढलती है तभी तो नया सवेरा होता है, जीवन में अक्सर रोशनी की कमी हो ही जाती है, कोई साथ होता है तो उसके जुदाई पर आंखों में नमी हो ही जाती है, जिंदगी पर यूंही बढ़ती रहती है, कभी बिगड़ती तो कभी संवरती रहती है, सफर है जिंदगी पर कभी कभी अंग्रेजी के suffer सी हो जाती है, अपने तकलीफ देते है ना तो उसका दर्द खत्म होता ही नही बस उसे कम करने की जदोजेहद में वक्त गुजरता रहता है, पर मुसाफिर तो है इन्ही जीवन के राहों के तो मुसाफिर को तो बढ़ते ही रहना है, इसीलिए जैसे वक्त चलता रहता है वैसे ही मुसाफिर चलते रहते हैं, जीवन में जंग है बहुत सारे पर जीवन जंग नही हिंदी का सफर है ये समझते रहते है... मन का मौसम कैसा भी हो हर मौसम में बढ़ते रहते हैं, मुसाफिर चलते रहते है... सुप्रभात। मौसम ढलते रहते हैं, मुसाफ़िर चलते रहते हैं... #मुसाफ़िरचलतेरहते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi