#OpenPoetry एक ख्याल के रूबरू चली मेरी कहानी, किरदार भी मेरा चाल भी मेरी.. फिर अचानक एक रोज़ एक चाल बदल दी मैंने अपने हिस्से हंसी एक शख्स को दे दी मैंने.. कहानी और किरदार बदलने लगे हमें लगा हम संवरने लगे.. अच्छा ही लग रहा था के करवट ली नींद में ख़्वाब जो थे बिखर गये.. फिर उठे दौड़े भागे मानो कुछ छूट गया याद आया ख्वाब था और किसी से रसोई में कांच का गिलास छूट गया था... #ज़िन्दगी #OpenPoetry #nojotohindi #poetry #shayri #rubroo #khwaab #ishq