कोरोना के कहर में डर की जुबान सुने सिहर-सिहर जा रहे मन सबके देख चिकित्सालयों के हालों के, देश की आर्थिक स्थिति डामाडोल हो चुकी है इस परिस्थिति का आईना देख संभल जाए तनिक भी देर ना करें दबे पाॅऺव पसार लिया है कोरोना ने हर गाॅ॑व और हर शहर में भीड़ का हिस्सा ना बने कोरोना को लेकर सभी है बॅ॑टे निभा रहे किरदार अपने-अपने कोई पक्ष और कोई विपक्ष में पक्ष की गूंज बने विपक्ष को रोकें-टोकें कोई सबकी जान के लिए आखिरी वक्त तक लड़ रहे कोई करोना का कैरियर बन सबकी जान खतरे में डाल रहे एक- एक क्षण की गणना करें पहर-दो-पहर ना भटकें कुछ दिन बंद कमरे में रह लें स्थिति बहुत भयावह है चिकित्सालयों में ना है बेड खाली ना डॉक्टर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए अपने जागरूक रहें दूसरों को जागरूक करें अपने सही कर्म की अनुभूति से देश को हैं बचा सकते कोरोना के कहर में डर की जुबान सुने -रानी यादव #कोरोना के कहर में डर की जुबान सुने