ये ज़िन्दगी 50-50 है क्योंकि जमीन के न्यायालय राजनीति और पैसों के बेड़ियों में बँधे हुए है इसलिए दर्द ग़रीब को ही होता है भला वो कितना ही सच्चा क्यों न हो । ©GITESH NANDURKAR #न्याय