खामोश हु ग़म सहना सीख रहा हु . ज़िन्दगी से बिछड़ कर जीना सीख रहा हु हैरान हु क्या फरिस्ते भी बेजान हो सकते है एक चेहरा खूबसूरत एक बेरंग सा बेजान हो सकता है क्या इन बातों को अधूरा छोड़ना सही होगा क्या !? #JAANIB बेहद मुहब्बत करना sahi hoga kya?