तुम ही करो कुछ इल्तिज़ा¹ बादलों से आज फिर से बरसे कहना बादलों से हम दोनों को छत पर अकेला देख कर ढ़क लिया चाँद ने भी चेहरा बादलों से 1. इल्तिज़ा- गुज़ारिश/ विनती "बादल" #nojotoquotes #raahil #lovequotes #nojotopoem #nojotolove #tourdelhi