जान से जाऊँगा तिरे होंठ चबाने से तुम बाज नहीं आ रही बहकाने से तुम्हें मालूम नहीं किस कदर संभाला हूँ बहुत कुछ हो जाएगा मेरे पास आने से यूँ तो बहुत सख्त हूँ अंदर से मगर कहीं पिघल न जाउँ तिरे जुल्फ बिखराने से मुझे लगा बुझा दूँगा ये कर के एकदम पर सुलग गई और आग मेरे गुस्साने से आ गई हो पास तो आराम से रहो न तुम कत्ल हो जाएगा यूँ बार बार पैर लगाने से वैसे मेरा चरित्र चरित्रहीन तो नहीं होगा इरॉटिक ग़ज़लें लिखने से ,सुनाने से #yqbaba #yqquotes #yqdidi #kunu #kunal #dotch