#FourlinePoetry दिल-ए-बेताब ओर भी बेताब हो उठता है,,, उस गुजरगाह (पथ/ रास्ता )पर पहुंचकर जहां मैंने कभी बेताबी से तुम्हारा इंतज़ार किया था..!! ©Gulapsa khatoon #गुजरगाह#बेताब#nojoto#nojotohindi #fourlinepoetry