सब धुँधला सा हो गया जबसे तुमको देखा है दिल पगला सा हो गया सोते-जागते, उठते बैठते, हर वक्त तुम्हारे खयाल बादलों के घेरा सा हो गया निन्द का मुझपे पहले राज हुआ करता था अब मानो हवा सा हो गया -अभय प्रताप सिंह #river #Yaad #Love #you #poem #write