मंजिल तक पहुंचने के लिए.. एक छोटा सा कदम बढ़ाया था मैने, हर दिन एक नया सवेरा लेकर चला जाता हूं अपने हौसलों की उड़ान लेकर , यू ही उम्मीदों का दामन थामकर ढूंढने लग जाता हूं अपनी मंजिल को, इसी जज्बे को साथ लेकर की अपना एक नया वजूद मेरी खुद की मेहनत से बनाऊं मैं, हर कोई मुझे मेरे नाम से ही पहचाने, अपने घर वालों का हौंसला बनना है मुझे तो, बस उनकी उम्मीदों पर खरे उतरना है, अपनी काबिलियत से एक ऐसा दौर लाना है की , जब भी मैं पीछे मुड़कर देखूं जिंदगी में कभी, मुझे हमेशा मैं ऐसे ही मिलूं की मेरे आने वाले कल, को मैं आज से और बेहतर कर सकूं.. वही मेरे छोटे छोटे कदम एक बड़ी कामयाबी की मंजिल तक पहुंचने के लिए, निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे..!!!! ©Bablu Sahu tujhse naraj nhi zindagi....