मोहब्बत है उनसे मुझे कह तो दिया दिल ने मेरे पर कैसे जानूँगी हाल-ए-दिल को मैं उनके साथ तो है वो मेरे पर साथ होकर भी साथ नही है कैसे मानूँगी मैं प्यार है उनको भी मुझसे हमेशा रहती है छोटी नोक-झोंक तो हमारे बीच में इसे इश्क़ का नाम देना भी गलत है तो कहूँ कैसे वो उनका इंतजार करते रहना बातें भी उनकी करते रहना अब हो गया इश्क़ जो उनसे तो हक़ जताऊँ भी तो कैसे रूठ जाना उनका फिर आके गले से लिपट जाना उनकी इन अदाओं को भुलाऊँ भी तो अब कैसे रातों को बच्चे के जैसे रोना जिद्द करके भी मेरा होना उसकी हर बात से अब नाराज रहूँ भी तो रहूँ कैसे दिल को जो भाया है मेरे कोई और अब ना भा पायेगा उससे ये सब कहना है दिल को पर कहूँ तो कहूँ कैसे मेरी बातों को वो नादान भी समझेगा क्या है बेपनाह मोहब्बत उससे ये बात को कहूँ कैसे वो अनजान है भला मेरी बातों से वो भी गलत कैसे मैं कह भी दुँ सारी बेचैनी दिल की पर कहूँ कैसे होंठों से इस बात को समझाने का जिक्र भी करूँ कैसे अब जो हो गया है इश्क़ उनसे जिक्र करूँ भी तो कैसे ©lavnya94 #मोहब्बत#दिलकीबात#बेचैनी#हिंदीपोएट्री#lovepoetry#नोजोटोएप#प्यार #freebird