उनकी याद मे प्यार मे दिल का दिया जलाये बैठा था। पर वो ना पूछी मेरे दिल का हाल कैसा था । वो हँस कर बोली मै बहुत प्यार करती जानू आपसे, पर उसने ये ना सोचा कि मै कितना झूठ बोल गयी अपने आप से । शुरुआत हमसे हुई है, भगवान का क्या दोष अपने दिल को खुद समझा, उपरवाले को मत कोष