Nojoto: Largest Storytelling Platform

ब्रह्माज्ञानी को स्वर्ग तृण है, शूर को जीवन तृण है

ब्रह्माज्ञानी को स्वर्ग तृण है, शूर को जीवन तृण है, जिसने इंद्रियों को वश में किया उसको स्त्री तृण-तुल्य जान पड़ती है, निस्पृह को जगत तृण है

©Brajpal Singh kondar jdbc#Brajpal Singh
ब्रह्माज्ञानी को स्वर्ग तृण है, शूर को जीवन तृण है, जिसने इंद्रियों को वश में किया उसको स्त्री तृण-तुल्य जान पड़ती है, निस्पृह को जगत तृण है

©Brajpal Singh kondar jdbc#Brajpal Singh