क्यूं रखते हो उम्मीद किसी से, जब तुम्हें खुद से ही कोई उम्मीद नहीं है? अंधेरों में परछाइयां तक साथ छोड़ जाती है, और तुम्हें लोगों के जाने से तकलीफ है... #hindi #हिंदी #शायरी #Shayari #selflove