Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्यूं रखते हो उम्मीद किसी से, जब तुम्हें खुद से ही

क्यूं रखते हो उम्मीद किसी से,
जब तुम्हें खुद से ही कोई उम्मीद नहीं है?
अंधेरों में परछाइयां तक साथ छोड़ जाती है,
और तुम्हें लोगों के जाने से तकलीफ है... #hindi #हिंदी #शायरी #Shayari #selflove
क्यूं रखते हो उम्मीद किसी से,
जब तुम्हें खुद से ही कोई उम्मीद नहीं है?
अंधेरों में परछाइयां तक साथ छोड़ जाती है,
और तुम्हें लोगों के जाने से तकलीफ है... #hindi #हिंदी #शायरी #Shayari #selflove
ritikasingh1298

Ritika Singh

New Creator

hindi हिंदी शायरी Shayari selflove