चाचा लंबा जिसका कद है , चेहरे पे जिसके चमक है । कभी सख्त तो कभी नर्म है, चाय जिसे बहुत पसंद है। गुस्से में समान है जो फेकते, लेकिन हस कर सारी बात संभाल लेते। भूलने की जिन्हें है बीमारी, लेकिन हर डीमांड पूरी करने की आदत निराली। सुबह उठना पसंद नहीं जिसे , रोज़ बस स्टैंड छोड़ा मुझे। साहिल है उनकी परछाई , ये बात उनके होथों पे मुस्कान लाई। कभी इलेक्ट्रीशियन तो कभी प्लम्बर और कुक है बंजाते, और कभी कभी तो परी के क्राफ्ट टीचर है कहलाते । छोटी छोटी चीज का ध्यान रखते वो , मेरी परिधि को कोई नुक्सान ना हो , इसका खास ख्याल करते वो । आइसक्रीम हो खानी, या मूवी हो जानी , बच्चों की हर बात मानी । और आज भी वीडियो कॉल पे जो भावुक होजाते, वो और कोई नहीं मेरे प्यारे चाचा है कहलाते । - Sonal Tulsyan चाचा