मन भी उदास है मेरा तन भी उदास है आंगन उदास है मेरा सावन उदास है बिरहा में बहते मेरे आंसुओं की कसम प्रियतम तुम्हारे बिन मेरा जीवन उदास है ©Jagrati Nagle #saware