एक बेगाना सा,अनजाना ख्वाब लिए मै आया था, सपनो के सागर सा गहरा, नैनो में बसता साया था, कुछ कर गुजरने की चाहत बसती यहां की मिट्ट में संगमनगरी परिचय इसका,फरियाद लिए मै आया था... .......... @nandraj #इलाहाबाद, #संगमनगरी, #संगम, #फरियाद, #अन्जान