: : जी तो करता हैं कि छोड़ दूं........ उन रिश्तों को जिनमें गुटन के सिवा अब कुछ नहीं ।। : वक्त जरुर बदलता हैं, आज तेरा हैं तो कल मेरा हैं...; जब तक वक्त तेरा हैं तब तक तुझे लोग पूछेंगें।। वरना तुझे पहचानने कोन जा रहा हैं।। : खुद को इतना महान ना समझ कि महान भी शर्मा जाए।। जिसे तु आज नहीं पूछता हैं, क्या पता कल तु मिलने को तरस जाए...उसे।। : वक्त का दस्तूर हैं... जो तेरे आगे पीछे करते हैं और तु उन्हें ध्यान नहीं देता, अक्सर वक्त उनका ही साथ देता हैं।। : जिस क़दर से तुझे लोग चाहते हैं, उनकी उसी क़दर से फ़िक्र भी कर लिया कर,उन्हें अच्छा लगेगा ।। जो तेरे दुःख में दिल से शामिल होते हैं,उन्हें कभी खोना नहीं : किसी भी रिश्ते के सामने उतना ही झूकों...... जितना की उस रिश्ते की अॅकात हो।। किसी भी रिश्ते में हद से ज्यादा झुकने पर आदर खत्म हो जाती हैं, चाहे ओ रिश्ता कैसा भी हो।। ✍🏻तृषा मधु