माता- पिता के लिए समर्पित कविता " न्यौछावर " सर्वस्व न्यौछावर कर दिया माता - पिता ने बच्चों पे दुख की एक सिकन सी न दिखने दी अपने चेहरे के लालि पे अपने सपने भुल गये वक्त के उस चौराहे पे इच्छाओं को दमन कर दिया बच्चों को सफल बनाने में ©Sumit Singh Rathor माता- पिता के लिए समर्पित कविता " न्यौछावर "