मैंने एक विषय पर बहुत सोचा,समझा, खोजा और बड़ी ही गहराई से चिंतन किया बहुत अनुभवी लोगों से पूछा भी और अंत में मेरी पूरी छानबीन का निष्कर्ष ये निकला की इंसान के अंदर चाहे कितना भी अथाय ज्ञान क्योंना भरा हो लेकिन जब तक इंसान अपने ज्ञान को खुद के जीवन में लागू,अमल नहीं करेगा तब तक वह ज्ञान अधूरा ही रहेगा। दूसरों को ज्ञान देना जितना जरूरी होता है,उतना ही ज्यादा जरूरी होता है अपने ज्ञान पर खुद अमल करना और दैनिक जीवन में अपनाना। ©"pradyuman awasthi" #अमल करना भी अति आवश्यक है।