रात दीवानी,बादल पागल, चाँद भी तन्हा जगता है। मेरे संग-संग इस दुनिया का हर एक लम्हा जगता है। बारिश क़ातिल,हवा ये ख़ंजर,धूप जहर सी लगती है। बिन तेरे हर एक मौसम का हर एक पहलू खलता है। #NojotoQuote रात दीवानी,बादल पागल, चाँद भी तन्हा जगता है। मेरे संग-संग इस दुनिया का हर एक लम्हा जगता है। बारिश क़ातिल,हवा ये ख़ंजर,धूप जहर सी लगती है। बिन तेरे हर एक मौसम का हर एक पहलू खलता है। ©Prajjval Nira Mishra