कैसी भी हो परीक्षा पूरी करनी हो कोई इच्छा बॉस की करनी हो समीक्षा या अन्य कोई संत्रास हो, सारा रायता सिमटाने को मित्र जरूरी है। जब मन में भ्रम कोई आए मन अपने पर इतराए; उड़ने की हसरत जागे और खुशामद सच लागे, तो टंगड़ी लगाकर फिर धरती पर लाने को मित्र जरूरी है। (पूरी रचना अनुशीर्षक में पढ़ें) मित्रता दिवस की सभी को शुभकामनाएं उम्र की शैतानी हो या बड़ी विकट परेशानी हो दुनिया की आनाकानी हो हो कोई संकट,