मित्रता तो श्री राम-सुग्रीव, भीभीषण और श्री कृष्ण- सुदामा की भी महान थी, मित्रता की पराकाष्ठा तो, सिर्फ़ कर्ण-दुर्योधन हैं।।।... ©Nikhil Chaudhary #ramayan #mahabhart #Karna #Duryodhan