करू तारीफ तेरी हुस्न की या चेहरा चांद कहूं खुले में पारियों सा लगती हो या चोटी बांध कहूं और नज़रे मिलाने की हसरत है हिम्मत नही कहूं की तुमको पाने की चाहत में मैं सारी दौलत नही कहूं लब्ज़ो का आना जाना या निर्णायक राय कहूं सुबह की पहली मिली वो चाय या भोली-भाली गाय कहूं की सोने सपनों में भी न देती ऐसी मुलाकात कहूं पलके आंखों को करे पर्दा या होठों की बात कहूं कहूं आंखों में नशा है या नशीली बातें तेरी कहूं की बड़ा सा दिल है तेरे अंदर या जज्बाते तेरी कहूं गुम सुम साथ रहूं तुम्हारे या दिल का राज़ तुम्हे कहूं सहमी सीधी साधी लड़की या नखरेबाज तुझे कहूं दोस्त साथी हमसफर या घरवाली तुझे कहूं कहूं कलाई का चूरी या कान की बाली तुझे कहूं गुलाब की पंखुड़ियों सा तुम लगती हो या कली तुझे कहूं की सोना बाबू बेहतर होगी या चिल्ला कर पगली तुझे कहूं ©Rj Ranjan #rahulranjanrj #Smile #love