तेरकर आई नदियों में एक नोका मेहमान की , सजी हुई है हार-फूलों से अदभुत नोका पर्यटक मेहमान की। लिए हुए हैं सब छत्ता, भगाने धूप के अभिमान को , है सबके मुख पर खुशी की लहर ओर चलते-चलते खुशियाँ बाटते हर किसी अनजान को। लगी हुई है थी ध्वजा जो बता रही थी संकेत उसके बीच मझधार में अकेले होने के प्रमाण की , लिये हाथ सब एक-एक पतवार दोडा़ कर ला रहे नोका उस पार से वो देखो-देखो नोका चली आई मेहमान की।। * DevU Raj * 😍Happy Onam 🤗🤗 #Noka #Mehmaan 👪 Diksha Sardana MR NAVROJ TEJANI dhyan mira संदीप कुमार 'सवीर' writer Sunita singh