#वह_हर_एक_बात_पर_कहना_कि ... #यों_होता_तो_क्या_होता .... #गालिब .... न था कुछ तो खुदा था , कुछ न होता तो खुदा होता , डुबोया मुझको होने ने , न मैं होता तो क्या होता ! हुआ जब गम से यूँ बेहिश , तो गम क्या सर के कटने का , न होता गर जुदा तन से तो जहानु पर धरा होता ! हूई मुद्दत कि ' गालिब ' मर गया पर याद आता है , वो हर इक बात पर कहना #कि_यो_होता_तो_क्या_होता ! #Missing #वह_हर_एक_बात_पर_कहना_कि ...#यों_होता_तो_क्या_होता .... Krishna's Devotees Deepika, कृष्णप्रिया।