Nojoto: Largest Storytelling Platform

सफ़्फ़ाक मरासिम को बढ़ाते ही रहे पर, मेरे पांव भी

सफ़्फ़ाक मरासिम  को बढ़ाते ही रहे पर,
मेरे पांव भी छू पाये नहीं काफ़िले-अज़ाब.

की  कोशिशें  बहुत  मेरी  रफ़्तार  रोक  दें,
भाये नहीं जो हौसलों के उनको मेरे ख़्वाब.

वो  चाहते  थे  उनके  संग   हों  शरीक़  हम, 
उनकी जफ़ाओं  का  मग़र  न  दिया  जवाब.

करते  रहे  हैं  क़त्ल   की  जो  साज़िशें  मेरे,
वो भी  मेरी  शगुफ़्तगी  की  दे  रहे  मिसाल. #yqhindi #disturbance #jelousy #monologue #selfcare
सफ़्फ़ाक मरासिम  को बढ़ाते ही रहे पर,
मेरे पांव भी छू पाये नहीं काफ़िले-अज़ाब.

की  कोशिशें  बहुत  मेरी  रफ़्तार  रोक  दें,
भाये नहीं जो हौसलों के उनको मेरे ख़्वाब.

वो  चाहते  थे  उनके  संग   हों  शरीक़  हम, 
उनकी जफ़ाओं  का  मग़र  न  दिया  जवाब.

करते  रहे  हैं  क़त्ल   की  जो  साज़िशें  मेरे,
वो भी  मेरी  शगुफ़्तगी  की  दे  रहे  मिसाल. #yqhindi #disturbance #jelousy #monologue #selfcare