जब लोग बदल जातें है! तो वो ऐसा क्यूँ ये कर जाते है! शायद वो ऐसा कुछ सोच के या बेवजह कर जाते है! फ़िर वो लोग कहां जातें है! शायद वो नए के तलाश में जातें है! फिर वो नए लोगों से वो रिश्तें बनाते हैं! फिर वो एक समय के बाद तालमेल ना बैठने पे वो ना नए के ना पुरानें के रहे जाते है! फ़िर वो इक दिन इक रोज जरूर वो पछताते है! फिर वो ये सब बातें बस सोच के रहे जातें है! फिर वो रिश्तों के तलाश में ही रहे जातें है! फिर वो ज़िंदगी में किसी के नही हो पातें है! ©abhishek sharma #Riverbankblue