झूठ कितना भी चिल्लाए सत्य मौन में भी कोहराम करता है। नमस्कार लेखकों🌸 आज के #rzdearcharacters में हम लेकर आये हैं #rzप्रियसत्य । सत्य उगते सूरज को तरह शाश्वत है, धोखे के क्षितिज पर अस्त हो सकता है या झूठ के बादलों के पीछे छिप सकता है लेकिन नए दिन के साथ, उसे फिर उदय होना ज़रूर है। Collab करें हमारे इस खास पोस्ट पर और सत्य के प्रति अपने विचार प्रकट करें।