#दर्द ए महोब्बत किसको जा कर सुनाये, किसी को कहीं जाकर क्यों आजमाए। कोई अपना दिखता ही नहीं है, हम #इश्क की बाजी ही क्यों लगाये। _अरूणेश कुमार कुशवाहा जी ©Arunesh kumar kushwaha ji #portry #Shayari #WalkingInWoods Sakshi Dhingra