उल्फते चाहते सौख ईमान लाख बचाये बैठे हैं। दिल के दीवार में कुछ तस्वीरे सजाये बैठे हैं। रख किनारे ख्वाबों को उनका आसियान बनाये बैठे हैं। इन तंग गलियों में मुहोब्बत का ठिकाना बनाये बैठे हैं। #गलियां