यह छोटी सी जिंदगी भी कम नही,काफी लगती है मुझे, बड़े रंग देख लिए मैंने,अनगिनत किरदार निभा चुका हूं, इतने चेहरे थे मेरे,बदलती दुनिया को चेहरे बदल कर मिलता था मैं था गलत या दुनिया थी?,तस्सली से खाक छान चुका हूं, कुछ नतीजा नही निकला, वक़्त ही बर्बाद किया मैंने, सोचते सोचते खुद को दिमाग का मरीज़ बना चुका हूं, अब मसला लंबा नही खींचता मैं,कुछ हर्फ़ ही काफी है, बस आखिर में "मैं ही गलत हूँ" यह नीम चबा चुका हूं ज्यादा बहस करना बेवकूफी है,किस किस को साबित करूँ, मैं तो लिख लिख कर अपना तजुर्बा सबको सुना चुका हूं, खुश रहता हूँ, इक बात दिल को समझा ली है,भूल भी जाता हूँ, 'कि रिशु नाइंसाफी ही होगी तेरे साथ',आखरी फैसला सुना चुका हूं #yqbhaijan #yqdidi #फैसलाहोनहींपाया #मैं_और_आप