जब लगे पैसे कमाने तो समझ में आया कि जिंदगी जीना इतना आसान नहीं पिता के पैसों पर हमने क्या घमंड किया अपने पैसों पर तो पिता की ख्वाहिश भी पूरी नहीं हो पाती दौलत और धन की चाहत में हमें अपनों से दूर किया और और इसी दौलत में बेनकाब किया मतलब के रिश्तों को सुबह होती है शाम होती है उम्र यूं ही तमाम होती है पता नहीं चलता कि पैसे कमाने के लिए जी रहा हूं या जीने के लिए पैसे कमा रहा हूं ©person जब लगे पैसे कमाने तो समझ में आया कि जिंदगी जीना इतना आसान नहीं पिता के पैसों पर हमने क्या घमंड किया अपने पैसों पर तो पिता की ख्वाहिश भी पूरी नहीं हो पाती दौलत और धन की चाहत में हमें अपनों से दूर किया और और इसी दौलत में बेनकाब किया मतलब के रिश्तों को सुबह होती है शाम होती है उम्र यूं ही तमाम होती है पता नहीं चलता कि पैसे कमाने के लिए जी रहा हूं या जीने के लिए पैसे कमा रहा हूं