कहना तो है, पर लफ़्ज़ नहीं, बातें तो बाँटू, पर साथ कोई नहीं। बस साथ मेरे दोस्ती है कलम और कागज की, कागज कोरा है, गिला न करना,, कि कागज कोरा है ये गिला न करना कोई कलम की बैचैनी समझना तो सही। जब लहरूँ खुशी से, या गम की लहरें हिलोरे ले कभी, तब -तब मेरा साथ निभाए बस ये ही, .....बस यूं ही, बस यूं ही , साथ जो निभाए बिन छल, कलम और कागज से यारी बस यूं ही।। ✍✍हिमानी सिंह ©Himani Singh #बसयूँही#pleasesupport#dilse...#truelineswithupsetmind #standAlone