मैं जैसा हूँ, मुझे वैसा ही, अपनाना होगा, अगर बदलना , चाहते हो मुझे, तो खुद में भी, बदलाव लाना होगा । गुलाब कभी , कमल नहीं हुआ करते, और कमल कभी , गुलाब नहीं हो पाते है, सच में, हम बेला, ही तो है अपनी , खुशबू से पहचाने , जाते है ,इसलिए, अगर महकाना है, ये जीवन तो इस , खुशबू को दिल में, बसाना होगा, हम जैसै है, हमें, वैसै ही अपनाना होगा । तितली की , खूबसूरती कभी, मोर से नहीं, मापी जाती है, पर ये भी सच है कि गौरेय्या ही , घरौदें बनाने के, लिऐ ही जानी जाती है, इसलिए , सजाना है घरौदा अगर तो मन में, हमें बसाना होगा , हम जैसै, है हमें वैसै ही , अपनाना होगा । मैं जैसा हूँ, मुझे वैसा ही, अपनाना होगा, अगर बदलना , चाहते हो मुझे, तो खुद में भी, बदलाव लाना होगा । मैं जैसा हूं....... ©Ankur Mishra मैं जैसा हूं..... #मैं_अनबूझ_पहेली